लुधियाना, 11 मई 2025 — इंजीनियर परमजीत सिंह भारज ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी युद्ध के अंत पर अपनी खुशी और संतुष्टि व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि “युद्ध” शब्द दो अक्षरों का है जो तबाही भी दोनों धिरों की करता है और इस तबाही को रोकने के लिए साझी कोशिशें हमेशा जरूरी हैं।
उन्होंने दोनों देशों की सरकारों के फैसले की सराहना करते हुए कहा जो समझौते के माध्यम से इस संघर्ष का हल ढूंढ़ने में सफल रही हैं। इंजीनियर भर्ज ने कहा कि यह समझौता न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि युद्ध हमेशा हानिकारक होता है और शांति ही सच्ची जीत है।
भारत और पाकिस्तान के लोगों को शांति और सहयोग की महत्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास, सभ्यता और भाषा दोनों देशों को एकजुट करते हैं और यह समझौता उस साझे रिश्ते की मजबूती का प्रतीक है। युद्ध सिर्फ तबाही और दुख का कारण बनती है, इससे बचने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है।
इंजीनियर
परमजीत सिंह भारज ने उम्मीद जताई कि यह समझौता भविष्य में दोनों देशों के बीच और साझे और तह-दिली रिश्तों की शुरुआत करेगा और दक्षिण एशिया में शांति और खुशहाली के लिए रास्ता खोलेगा।